हिन्दी शायरियां-Hindi Shayari

मेरी मोहब्बत मेरे दिल की गफलत थी
मैं बेसबब ही उम्र भर तुझे कोसता रहा…..
आखिर ये बेवफाई और वफ़ा क्या है
तेरे जाने के बाद देर तक सोचता रहा……
मैं इसे किस्मत कहूँ या बदकिस्मती अपनी
तुझे पाने के बाद भी तुझे खोजता रहा….
सुना था वो मेरे दर्द मे ही छुपा है कहीं
उसे ढूँढने को मैं अपने ज़ख्म नोचता रहा…

यादों की किम्मत वो क्या जाने,
जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं,
यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो,
यादों के सहारे जिया करते हैं…

प्यार वो हम को बेपनाह कर गये,फिर ज़िनदगीं में हम को,
तन्नहा कर गये, चाहत थी उनके इश्क में,फ़नाह होने की,
पर वो लौट कर आने को,भी मना कर गये...

शिकायत है उन्हें कि,
हमें मोहब्बत करना नही आता,
शिकवा तो इस दिल को भी है,
पर इसे शिकायत करना नहीं आता....

तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया हमने ,
तेरे प्यार का हर क़र्ज़ अदा किया हमने ,
मत सोच के हम भूल गए है तुझे ,
आज भी खुदा से पहले याद किया है तुझे....

आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला
मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा...

सारी उम्र आंखो मे एक सपना याद रहा,
सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा,
ना जाने क्या बात थी उनमे और हममे,
सारी मेहफिल भुल गये बस वह चेहरा याद रहा....


वो हर बार अगर रूप बदल कर न आया होता,
धोका मैने न उस शख्स से यूँ खाया होता,
रहता अगर याद कर तुझे लौट के आती ही नहीं,
ज़िन्दगी फिर मैने तुझे यु न गवाया होता।....

Tum Rishta Bhulne Kaise Lage,
Apne Gum Khushi Ko Chupane Kaise Lage,
Hath Chodna Tha To Pahle Bol Dete,
Aise Gum Naam Magrur Hone Kaise Lage…

Pyar me koi to dil tod deta hai,
Dosti me koi to bharosa tod deta hai,
Zindagi jina to koi gulaab se sikhe,
Jo khud toot kar do dilo ko jod deta hai…

जनाजा मेरा उठ रहा था,
फिर भी तकलीफ थी उसे आने में!
बेवफा घर में बैठी पूछ रही थी,
और कितनी देर है दफनाने में....

मिलना इतिफाक था बिछरना नसीब था ..
वो तुना हे दूर चला गया जितना वो करीब था ..
हम उसको देखने क लिए तरसते रहे …
जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था.....


दोस्ती उन से करो जो निभाना जानते हो,
नफ़रत उन से करो जो भूलना जानते हो,
ग़ुस्सा उन से करो जो मानना जनता हो,
प्यार उनसे करो जो दिल लुटाना जनता हो...

10 comments:

  1. मेरी मोहब्बत मेरे दिल की गफलत थी
    मैं बेसबब ही उम्र भर तुझे कोसता रहा…..
    आखिर ये बेवफाई और वफ़ा क्या है
    तेरे जाने के बाद देर तक सोचता रहा……
    मैं इसे किस्मत कहूँ या बदकिस्मती अपनी
    तुझे पाने के बाद भी तुझे खोजता रहा….
    सुना था वो मेरे दर्द मे ही छुपा है कहीं
    उसे ढूँढने को मैं अपने ज़ख्म नोचता रहा…

    यादों की किम्मत वो क्या जाने,
    जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं,
    यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो,
    यादों के सहारे जिया करते हैं…

    प्यार वो हम को बेपनाह कर गये,फिर ज़िनदगीं में हम को,
    तन्नहा कर गये, चाहत थी उनके इश्क में,फ़नाह होने की,
    पर वो लौट कर आने को,भी मना कर गये...

    शिकायत है उन्हें कि,
    हमें मोहब्बत करना नही आता,
    शिकवा तो इस दिल को भी है,
    पर इसे शिकायत करना नहीं आता....

    तेरी बेरुखी को भी रुतबा दिया हमने ,
    तेरे प्यार का हर क़र्ज़ अदा किया हमने ,
    मत सोच के हम भूल गए है तुझे ,
    आज भी खुदा से पहले याद किया है तुझे....

    आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
    कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा
    पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला
    मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा...

    सारी उम्र आंखो मे एक सपना याद रहा,
    सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा,
    ना जाने क्या बात थी उनमे और हममे,
    सारी मेहफिल भुल गये बस वह चेहरा याद रहा....


    वो हर बार अगर रूप बदल कर न आया होता,
    धोका मैने न उस शख्स से यूँ खाया होता,
    रहता अगर याद कर तुझे लौट के आती ही नहीं,
    ज़िन्दगी फिर मैने तुझे यु न गवाया होता।....

    Tum Rishta Bhulne Kaise Lage,
    Apne Gum Khushi Ko Chupane Kaise Lage,
    Hath Chodna Tha To Pahle Bol Dete,
    Aise Gum Naam Magrur Hone Kaise Lage…

    Pyar me koi to dil tod deta hai,
    Dosti me koi to bharosa tod deta hai,
    Zindagi jina to koi gulaab se sikhe,
    Jo khud toot kar do dilo ko jod deta hai…

    जनाजा मेरा उठ रहा था,
    फिर भी तकलीफ थी उसे आने में!
    बेवफा घर में बैठी पूछ रही थी,
    और कितनी देर है दफनाने में....

    मिलना इतिफाक था बिछरना नसीब था ..
    वो तुना हे दूर चला गया जितना वो करीब था ..
    हम उसको देखने क लिए तरसते रहे …
    जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था.....


    दोस्ती उन से करो जो निभाना जानते हो,
    नफ़रत उन से करो जो भूलना जानते हो,
    ग़ुस्सा उन से करो जो मानना जनता हो,
    प्यार उनसे करो जो दिल लुटाना जनता हो...

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  2. मेरी मोहब्बत मेरे दिल की गफलत थी
    मैं बेसबब ही उम्र भर तुझे कोसता रहा…..
    आखिर ये बेवफाई और वफ़ा क्या है
    तेरे जाने के बाद देर तक सोचता रहा……
    मैं इसे किस्मत कहूँ या बदकिस्मती अपनी
    तुझे पाने के बाद भी तुझे खोजता रहा….
    सुना था वो मेरे दर्द मे ही छुपा है कहीं
    उसे ढूँढने को मैं अपने ज़ख्म नोचता रहा…

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  3. वो हर बार अगर रूप बदल कर न आया होता,
    धोका मैने न उस शख्स से यूँ खाया होता,
    रहता अगर याद कर तुझे लौट के आती ही नहीं,
    ज़िन्दगी फिर मैने तुझे यु न गवाया होता।....

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  4. मिलना इतिफाक था बिछरना नसीब था ..
    वो तुना हे दूर चला गया जितना वो करीब था ..
    हम उसको देखने क लिए तरसते रहे …
    जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था.....

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  5. Best & Heart Touching Shayari's Shared By You.

    Thanks For Sharing.

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